सोमवार, 26 अक्तूबर 2009

जिन कश्मीर नही देख्या.......2

 उसे जम्मू स्टेशन कहा जाय या फौजी छावनी, अंदर बाहर हर तरफ फौजी जवान फैले हुए थे, सुरक्षा और भय कितने रिलेटिव टर्म हो सकते हैं, आप ऐसी जगह पहुंचकर ही समझ सकते हैं. स्टेशन से नज़दीक ही मेरा होटल पहले से ही तय था, हम अपने कमरे में पहुंचे, बच्चे टी.वी. में उलझ गये और पत्नी और मां आराम करने मे. इस् बीच मै निकल पड़ा भ्रमण के लिये गाड़ी तय करने. कुछ एक लोगों से मिलने और बात करने के बाद मुझे स्कर्पियो ही सबसे उपयुक्त गाड़ी लगी. सुबह 6 बजे निकलने का समय तय हुआ, हमारा ड्राइवर रशीद श्रीनगर का ही रहने वाला था.  चाय की चुस्कीयों के साथ् करीब आधे घंटे तक मै उससे जानकारीयां लेता रहा और होट्ल लौट आया. मेन रोड से ही लगे हुए एक रेस्टोरेंट मे हमने रात डिनर किया, सुबह जल्दी उठना था, लौटकर 9.30 ही सब सो गये.
अगली सुबह हम सब जल्दी उठे, रशीद भी गाड़ी लेकर आ गया था, होटल मे      सुबह- सुबह बहुत अच्छी चाय मिली, तरोताजा होकर करीबन 6.30 बजे हम निकल पड़े अपने कश्मीर सफर पर.
थोड़ी ही देर में पहाड़ी रास्ता शुरू हो गया, छोटे-छोटे गाँवों से गुजरते हुए हम अचानक घाटियों के बीच आ गये, चारों तरफ कुछ हरे कुछ भूरे पहाड़ थे और उनसे आगे धुंधली सी हल्की चमक लिये ऊँची बर्फ से ढकी चोटियां थी.
हर दो चार किलोमीटर पर सड़्क किनारे लकड़ी की गुमटियां बनी थी, जिसके बाहर मिलिट्री के जवान मुस्तैद खड़े थे.


 रशीद ने मुझसे पूछा अच्छी कश्मीरी चाय कुछ आगे मिलेगी आप बोलो तो रुक सकते हैं” “हां-हां क्यों नहीं मैने कहा, कुछ ही आगे एक गाँव आया, सड़क किनारे एक छोटा सा ठीया था. गाड़ी से उतरते ही एक मीठी और भीनी भीनी सी खुशबू से सामना हुआ. चाय और टोस्ट वाकई बहुत अच्छे थे. हम मज़ा ले ही रहे थे,  तभी एक जीप के ब्रेकों के चीखने की आवाज़ आयी दो लोग तेजी से उतर कर आये और हम तक पहुंच कर कहा अनंतनाग के पास हमला हुआ हैं, आप लोग अगली खबर मिलते तक रुकेंगे तो ठीक रहेगा.....






क्रमश:...

10 टिप्‍पणियां:

P.N. Subramanian ने कहा…

रोचक वृत्तांत. अगली कड़ी के इंतज़ार में

डॉ. राधेश्याम शुक्ल ने कहा…

sundar yatra vritant ke liye badhayee.

Yugal ने कहा…

बहुत अच्छा लेख है। ब्लाग जगत मैं स्वागतम्।
http://myrajasthan.blogspot.com

अजय कुमार ने कहा…

ब्लॉग जगत में स्वागत और बधाई

Chandan Kumar Jha ने कहा…

बहुत हीं रोचक वृतांत । अगली कड़ी का इंतजार रहेगा । आभार

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

आप का स्वागत करते हुए मैं बहुत ही गौरवान्वित हूँ कि आपने ब्लॉग जगत मेंपदार्पण किया है. आप ब्लॉग जगत को अपने सार्थक लेखन कार्य से आलोकित करेंगे. इसी आशा के साथ आपको बधाई.
ब्लॉग जगत में आपका स्वागत हैं,.
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BAD FAITH ने कहा…

रोचक वृत्तांत.स्वागत और बधाई

रचना गौड़ ’भारती’ ने कहा…

रोचक
लिखते रहें ।

RAJNISH PARIHAR ने कहा…

रोचक वृत्तांत...ब्लाग जगत मैं स्वागतम्।

Asha Joglekar ने कहा…

Are bapre ! chay ka jayka bigad gaya hoga .